Sunday, 17 September 2017

Poha (पोहा)


















कुछ दिनों से घर में मायूसी सी है
बारिश भी तेज़ हो जाती है आवाज़ों के साथ
जैसे की हामी भर रही हो
न जाने क्या सुन लेती है
के घर में कोई बोल नहीं रहा

मेज़ पे रखा पोहा ठंडा हो गया
कच्ची मूंगफली पड़ी है उसमें
उसे नहीं पसंद
वो अनार के दाने और चिप्स जैसी चीज़ें
खा लिया छांट के
बाकी रखा हुआ है बाद के लिए

वो मूंगफली जानते नहीं
के बाद कभी नहीं आता

अगर आता तो आज मैं पापा के साथ
ऍफ़ एम् सुनते हुए, रिमोट छीनते हुए,
बारिश देखते हुए,
पोहा खा रही होती :)